. वायुमंडल
〉≡〉 प्रथ्वी के चारो तरफ व्याप्त गैसीय आवरण को वायुमंडल कहते है | हमारा वायुमंडल 5 भागों में बंटा है |
. वायुमंडल के स्तर क्रम से (धरातल से ऊपर की ओर ) विभिन्न स्तरों की विशेषताएं
. ट्रिक ≡〉 छात्र सभाओं में आ के बोल ट्रिक ≡〉 वर्षा, आंधी लाए क्षोभमण्डल
. छात्र – क्षोभमण्डल (8-18 k.m.) समताप उडाए वायुयान
. सभा – समतापमंडल (18-32 k.m.) ओजोन करे हमारी रक्षा CFC करे सत्यानाश
. ओं – ओजोनमंडल (32-60 k.m.) सिग्नल मिलाए आयनमंडल
. में – कुछ नहीं हा. ही. करे बाह्यमण्डल
. आके – आयनमण्डल (60-640 k.m.) व्याख्या – क्षोभमण्डल,वायुमण्डल की सबसे निचली परत है|
. बोल – बाह्यमण्डल (640 k.m. +) इसे संवहन.परिवर्तन मण्डल भी कहते है| इस मण्डल में मौसमी
. घटनाएं घटती है|संतापमण्डल में वायुयान उड़ाने की आदर्श दशा
≡〉 1.वायुमण्डल के निचले हिस्से में कार्बन डाई आक्साइड, पायी जाती है कभी-2 विशेष मेघों (मूलाभ) का निर्माण होता है|
नाइट्रोजन, आक्सीजन जैसी भारी गसों की प्रधानता है| ओजोनमण्डल में एक ओजोन परत पाई जाती है| जिसे प्रथ्वी का
2. उपरी हिस्से में हाइड्रोजन, हीलियम, नियाँन जैसी सुरक्षा कवच कहते है| यह परत पराबैगनी किरणों को अवशोषित
हलकी गैसें पायी जाति है | कर लेती है| आयनमण्डल में संचार, उपग्रह अवस्थित है|बाह्यमण्डल
3. ओजोन परत की मोटाई नापने की इकाई डोब्सन है| में हाइड्रोजन तथा हीलियम गैसों की प्रधानता है |
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भूकम्प 〉≡〉 प्रथ्वी के भू-पटल में किसी ज्ञात या अज्ञात कारणों से होने वाला कम्पन भूकम्प कहलाता है | भूकम्प आने से पहले
रेडॉन गैसों की मात्रा में वृद्धि हों जाति है |
. निम्न स्थानों पर सीस्मोग्राफ की स्थापना की गई| प्रमुख संस्थान
ट्रिक ≡〉 पूनम मुझको दिल दे ट्रिक ≡〉 अभी रुढ़की जा मोदी भूको है |
. पूनम – पूना अभी रुढ़की – भूकम्प अभियांत्रिकी प्रशिक्षण (रुढ़की )
. मुझ – मुम्बई जा – कुछ नहीं
. को – कोलकाता मोदी – भारतीय मौसम विभाग (दिल्ली )
. दिल – दिल्ली भूको – भू – सर्वेक्षण विभाग (कोलकाता )
. दे – देहरादून
. भूकम्पीय तरंगें भूकम्प के कारण
ट्रिक ≡〉 Primary . Secondry में Love किया ट्रिक ≡〉 अणु की ज्वाला से प्लेटें पुन: चली
Primary तरंगें – अनुद्धैर्य तरंगें हैं, ठोस, द्रव, गैस तीनों अणु – अणुबम परीक्षण
. से होकर गुजर सकती हैं | ज्वाला – ज्वालामुखी के कारण
Secondry तरंगें – अनुप्रस्थ तरंगें हैं, ये द्रव से होकर प्लेटें – प्लेटों की गतिशीलता
. नहीं गुजर सकती | पुन: – प्रत्यास्थ पुनस्चलन सिद्धान्त(H.F.रीड)
Love तरंगें – ये धरातलीय तरंगे हैं | ये सर्वाधिक विनाशकारी
. हैं | कम्पन सर्वाधिक है |
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- भाकम्पीय अध्यन → सिसमोलॉजी
- लहरों का अंकन → सिस्मोग्राक
- तीव्रता का मापन → रियेक्टर स्केल
- भूकम्प अधिकेन्द्र → जहाँ सर्वप्रथम तरंगों का पता चलता है |
- भूकम्प मूल → जहाँ भूकम्प की घटना का प्रारम्भ होता है |
- सर्वाधिक भूकम्प प्रभावित क्षेत्र → प्रशांत महासागरीय तटीय पेटी, जहाँ विश्व के 68 % भूकम्प आते हैं |
- हिमोसीस्मल → एक ही समय पर आने वाले भूकम्पीय क्षेत्रों को मिलाने वाली रेखा |
- समाधात रेखा → समान भूकम्पीय तीव्रता वाले स्थानों को मिलाने वाली रेखा |
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